“प्रिय पाठक” आपने दिमाग “dimag”तेज करने के लिए कई प्रयत्न किए होंगे, कई तरह की दवा औषधि ली होगी लेकिन फिर भी आपकी याददास्त शक्ति में कोई कमजोरी रह गई है तो हम आपको यहाँ “दिमाग तेज़ कैसे करें, दिमाग तेज करने का सबसे आसान उपाय” बताने जा रहे हैं जिसे अगर आप नियमित रूप से करेंगे तो आपका दिमाग एक गुना नहीं बल्कि चार गुना तेज काम करेगा mind power in hindi की इस पोस्ट से आपको आश्चचर्य जनक फायदा होनेे वाला है, तो चलिए जानते हैं mind ko tej kaise kare.
पहला अध्याय –
हम अपने पहले अध्याय में कुछ आसान सी बातें बताएंगे जिनको आप ध्यान से पढ़ें. तो चलिए दिमाग तेज करने का सबसे आसान तरीका के बारे में बात करते हैं.
आज हम मस्तिष्क के बारे में जानेंगे क्यों कि हम जो भी चीज याद करते हैं वह काम हमारा मस्तिष्क ही करता है हम मस्तिष्क के बिना कुछ सोच समझ भी नहीं सकते.
वास्तव में हमारा मस्तिष्क कुदरत की दी हुई अद्भुत सक्ति है.
तो आइए पढ़ते हैं दिमाग तेज करने के पीछे मस्तिष्क का क्या काम है और मस्तिष्क क्या है ?
मानव मस्तिष्क
हमारा मस्तिष्क एक बहुत ही कोमल अंग है जो अखरोट की बनावट जैसे बनी खोपड़ी में सुरक्षित है. पुरुषों में मस्तिष्क का भार लगभग 45-50 ओंस होता है वहीं औरतों में इसका भार लगभग 40-45 ओंस होता है.
मानव मस्तिष्क सभी प्राणियों की तुलना में अधिक ताकतवर माना जाता है जिसमें लगभग 1 खरब न्यूरोन होते हैं.
हमारे शरीर का संचालन हमारा मस्तिष्क ही करता है क्योंकि बिना संकेत के हमारा शरीर शून्य है, जैसे किसी भी कार्य को हम करते हैं उस कार्य को करने की आज्ञा हमारा मस्तिष्क ही देता है, बिना आज्ञा के हमारा शरीर कुछ भी नहीं करता.
अगर मानें तो हमारे मस्तिष्क में दो भाग होते हैं एक दायां और एक बायां जिस तरह हम अपने दायें भाग से काम करते हैं तो हमारा बायां मस्तिष्क का भाग एक्टिव है,
अगर हम बायें भाग से काम करें तो हमारा दायां मस्तिष्क एक्टिव है.
जहां तक मुझे पता है हमारे यहां लगभग 79% जनता सिर्फ अपने दायें तरफ से काम करते हैं इसका मतलब हमारा बायां मस्तिष्क काम कर रहा है.
यही कारण है कि हम सब लगभग एक जैसा ही सोचते हैं.
अगर हमें अपनी मेमोरी पावर बढ़ानी है तो अपने दायें तरफ के मस्तिष्क को सक्रिय करना पड़ेगा.
दायें मस्तिष्क को कैसे एक्टिव करें
हमें अपने दायें मस्तिष्क को सक्रिय करने के लिए मस्तिष्क का व्यायाम व हमारे शरीर के बायें हिस्से को सक्रिय करना पड़ेगा जैसे कि –
- वायें हाथ से खाना खाने की आदत डालना.
- बायें हाथ से मोबाइल पर नम्बर डायल करना.
- बायें हाथ से चित्र बनाना.
- बायें हाथ से पेंसिल चलाना.
- दोनों हाथों में गेंद लेकर अभ्यास करना.
ऐसे कई कार्य हैं जो हमारे दायें मस्तिष्क को सक्रिय बना देते हैं शुरू में इस तरह के काम करना थोड़ा मुश्किल लग सकते हैं लेकिन 2-4 दिन में यह काम आसान हो जाता है.
मस्तिष्क का व्यायाम
हमें निरंतर अपने मस्तिष्क का व्यायाम भी करना चाहिए अगर हमने लंबे समय तक अपने मस्तिष्क पर जोर नहीं दिया तो हमारे सोचने समझने की सक्ति खत्म हो जाती है, नए – नए आईडिया मन में नहीं आते या ये मानें कि हमारा कोमल मस्तिष्क हार्ड यानी कि कठोर हो जाता है.
तब हमें न्यूरोबिक्स करने की आवश्यकता होती है.
वैसे समय के साथ – साथ भी हमारे सोचने की सक्ति खत्म होती जाती है इस अवस्था में हमे मस्तिष्क व्यायाम की जरूरत होती है जिसे मनोवैज्ञानिक भाषा में न्यूरोविक्स कहा जाता है जिसे करने से हमारी मेमोरी पॉवर लंबे समय तक हमारे साथ होती है.
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